वीडियो जानकारी:
प्रसंग: क्या हम अपने बन्धनों को ठीक से जानते भी हैं?
क्या हम उन्हें ठीक से देख भी पाते हैं?
क्या बन्धनों को जानना ही उनसे मुक्त होना है?
शब्दयोग सत्संग, पार से उपहार शिविर
16 जून, 2019
अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा
संगीत: मिलिंद दाते