ये जानते हुए भी कि कोरोना वायरस अत्यन्त ही घातक है और एक बार चपेट में आ गए तो उबरना मुश्किल है। इसके बावजूद सोमवार सवेरे से ही लोग सड़कों पर इस तरह निकलना शुरू हो गए जैसे कुछ हुआ ही न हो। रविवार को सभी ने अपने घर में शांतिपूर्ण रहकर जनता कफ्र्यू में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था, लेकिन सोमवार को लगा कि सब किए कराए पर पानी फिरने वाला है। सड़कों पर इतनी हलचल देखकर तो हर कोई ये ही सोच सकता है। ये बिल्कुल गलत बात है