Surprise Me!

Gandhi ji in Uttrakhnd गाँधी जी का सत्याग्रह और उत्तराखंड मे

2025-09-04 7 Dailymotion

Gandhi ji in Uttrakhnd गाँधी जी का सत्याग्रह और उत्तराखंड मे आगमन
नैनीताल (उत्तराखंड):आजादी की लड़ाई के दाैरान राष्टपिता महात्मा गांधी नैनीताल पहुंचे थे. जहां उन्हाेंने देश की आजादी के लिए कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों के लोगाें में स्वतंत्रता आंदोलन को लेकर जोश भरा था. महात्मा गांधी के नैनीताल दौरे के बाद उनके विचारों का यहां के लोगों में गहरा प्रभाव पड़ा था. साल 1929 और 1931 में महात्मा गांधी कुमाऊं की यात्रा पर आए और गांधी जी ने नैनीताल से लेकर बागेश्वर तक यात्रा कर पहाड़ के लोगों को आजादी की लड़ाई के लिये प्रेरित किया.
महात्मा गांधी का किया इस्तकबाल:वरिष्ठ पत्रकार राजीव लोचन साह बताते है कि आजादी की लड़ाई के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को जब भी शारीरिक और मानसिक अस्वस्थता ने घेरा, उन्होंने कुमाऊं की शांत वादियों का रूख किया. पहली बार कुमाऊं की धरती पर गांधी जी के कदम 14 जून को पड़े थे और 15 जून को नैनीताल को उनके इस्तकबाल का सौभाग्य मिला था. 11 जून 1929 को महात्मा गांधी अहमदाबाद से हल्द्वानी को रवाना हुए. 14 जून को हल्द्वानी पहुंचने के बाद उसी दिन महात्मा गांधी काठगोदाम-नैनीताल मार्ग पर स्थित ताकुला गांव पहुंचे.
कुमाऊं की वादियों से महात्मा गांधी का था गहरा नाता, लोगों में स्वतंत्रता आंदोलन के लिए भरा था जोश, गवाह बना गांधी मंदिर - Mahatma Gandhi Takula Gandhi Ashram - MAHATMA GANDHI TAKULA GANDHI ASHRAM