झारखंड के हजारीबाग की पांच हजार साल पुरानी सोहराय कला...जो अब गुफा और गांव की दीवारों से निकलकर शहरों में पहुंच गई है. हजारीबाग नगर निगम सोहराय कला के जरिए शहर को सुंदर बनाने की कोशिश में लगा है.
इस कला को बनाने वाले कलाकारों का कहना है कि इस पुराने इतिहास को दीवारों पर बनाने से ये दीवारें भी जीवंत हो उठी हैं. जो पर्यावरण का संदेश दे रही हैं. लोगों को सोहराई कला के बारे में जानकारी भी मिलेगी और सोहराय कला को पहचान भी मिलेगी.
झारखंड की सरकार भी सोहराय कला को सहेजने की कोशिश में लगी है. राज्य स्थापना दिवस पर कई आयोजनों में इस कला की झलक देखने को मिली. कुछ दिन पहले छात्राओं ने इस कला को प्रदर्शित किया और लोगों को इस कला के बारे में जानकारी दी. तो राजधानी रांची की सड़कों को सुगिया देवी की टीम ने इस कला के जरिए सजाया संवारा.