सवाईमाधोपुर. शहर की जीवनरेखा हम्मीर ब्रिज का चौड़ाईकरण कार्य लगातार अधर में लटका हुआ है। यह पुल बजरिया सहित टोंक, लालसोट से आने वाले मुख्य मार्गों को खंडार और श्योपुर से जोड़ता है। रेलवे लाइन पर बना यह ओवरब्रिज शहर का एकमात्र बड़ा पुल है, जिस पर रोज़ाना हजारों वाहन निर्भर हैं। लेकिन अफसरों की उदासनीता के चलते लगातार यह तय समय से पीछे खिसकता जा रहा है।
हम्मीर ब्रिज का निर्माण कार्य 18 नवंबर 2022 को प्रारंभ किया गया था। 43.9 करोड़ की लागत से होने वाले इस कार्य को 17 नवंबर 2024 को पूरा करना था।
लेकिन तय समय में काम नहीं होने से इस कार्य की पूर्ण होने की तिथि बढ़ाई गई। इसके बाद इस कार्य में कुछ तकनीकी समस्या दिखाते हुए विभाग ने इसे 12 जुलाई 2025 तक पूरा करने का वाया किया। लेकिन यह वादा भी अधूरा रह गया है। अब मामला लोक अदालत में जाने पर अधिकारियों ने फिर से इसे दिसंबर 2025 में पूरा करने का वादा किया है।
लेकिन अफसरों की सुस्त कार्यशैली के चलते यह कार्य अभी भी समय पर पूरा होने की उम्मीद नहीं दिख रही है। स्थानीय आमजन सहित बाहर से आने वाले लोगों को यहां प्रतिदिन जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
अब फिर से किया नया वादा
लगातार हम्मीर ब्रिज के निर्माण कार्य में देरी से नागरिकों में गुस्सा बढ़ रहा है। पुल अधूरा रहने से ट्रैफिक दबाव बढ़ता है और वैकल्पिक रास्तों पर जाम की स्थिति बनती है। अब ये मामला भी लोक अदालत में पहुंच गया है। यहां विभाग ने 26 नवंबर को जिला स्थाई लोक अदालत में पेश किए गए लिखित जवाब में इसे पूरा करने में अभी और समय मांगा है और दिसंबर 2025 के अंत तक काम पूरा होने की बात कही है।
इनका कहना है...
रेलवे से हमने दिसंबर में ब्लॉक लिया है। उम्मीद है कि ब्लॉक मिलने के बाद हम तय समय में पूरा कर देंगे। - वेदप्रकाश, एक्सईएन, एनएच, जयपुर
इनका कहना है...
जिला स्थाई लोक अदालत में विभाग ने 31 दिसंबर तक कार्य पूर्ण होने की संभावना जताई है। कहा कि रेलवे से ब्लॉक लेने की अनुमति नहीं मिली है। अदालत ने भी अधिकारियों को सलाह दी है कि अत्याधुनिक मशीनें आ गई हैं। रेल्वे से ब्लॉक परमिशन में समय लग जाता है। इसलिए विभाग को जल्द इसे पूरा करना चाहिए। - हरिप्रसाद योगी, सामाजिक कार्यकर्ता।